इन्द्रिय लोलुप इन्द्र विरुद्ध मैं, इन्द्रजीत सुत जाऊँ।
2.
धर्महीन शिक्षा से इन्द्रिय लोलुप और उत्तम-विचारहीन समाज का सृजन हो रहा है।
3.
धर्महीन शिक्षा से इन्द्रिय लोलुप और उत्तम-विचारहीन समाज का सृजन हो रहा है।
4.
और इस अवधारणा को आगे से आगे बनाए रखने में, इन्द्रिय लोलुप मानवों को भला क्या लाभ होने वाला।
5.
कुछ स्वार्थी दुराचारियों ने मिल कर इस भ्रष्टाचार-आश्रम की स्थापना की थी जहाँ वे इन्द्रिय लोलुप लोग निरीह, असहाय अबलाओं को अपने स्वेच्छानुसार शिकार बनाते थे।
6.
कुछ स्वार्थी दुराचारियों ने मिल कर इस भ्रष्टाचार-आश्रम की स्थापना की थी जहाँ वे इन्द्रिय लोलुप लोग निरीह, असहाय अबलाओं को अपने स्वेच्छानुसार शिकार बनाते थे।
7.
जब तुम अपना मन विषय-वासना, आमोद-प्रमोद तथा कुत्सित इच्छाओं से नहीं रोक सकते, तो भला वे क्यों न कामुक और इन्द्रिय लोलुप होंगे।
8.
अधिक निद्रा लेने वाले, ज्यादा परिश्रम करने वाले, वीर्य नष्ट करने वाले, धातु उप धातुओं की भस्म तथा उष्ण पदार्थो को खाने वाले, इन्द्रिय लोलुप, और चिटौर मनुष्यों के श्वास शीघ्र ही समाप्त हो जाते है।